लखनऊ प्रगति हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर कोरोना वायरस के मरीजों के साथ कर रहा है खिलवाड़

कॉविड लिस्ट में नाम ना होने के बावजूद भी कोरोना वायरस केह मरीज को कर रहा है भर्ती मनमाने वसूले जा रहे हैं पैसे



स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते या यूं कहे स्वास्थ्य विभाग की सांठगांठ के चलते इस अस्पताल में हो रहा है मरीजों की जान के साथ खिलवाड़

लखनऊ। लखनऊ प्रगति हॉस्पिटल बख्शी का तालाब अस्पताल सहित कई निजी अस्पतालों में मनमानी वसूली की जा रही है। हमारे रिपोर्टर जब इस हॉस्पिटल की जानकारी की तो इस हॉस्पिटल का कोई भी कॉविड रजिस्ट्रेशन नहीं है और यह हॉस्पिटल बड़े ही आराम के साथ सभी नियमों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी करते हुए कॉविड के मरीजों को भर्ती कर रहा है और बेसहारा मरीजों से अपनी मर्जी का पैसा वसूल कर खूब डाका डाला जा रहा है और सारी जानकारी होने के बावजूद भी लखनऊ का स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल अनजान बना हुआ है या यूं कहें कि स्वास्थ्य विभाग की सांठगांठ से इस हॉस्पिटल का संचालन हो रहा है। हमारे रिपोर्टर ने इसकी यह भी जानकारी की कि यहां पर ज्यादातर डॉक्टर बगैर डिग्री के ही मरीजों का इलाज कर रहे हैं और साथ ही बगैर डिप्लोमा के नर्सिंग स्टाफ रखा हुआ है जिसके चलते इस हॉस्पिटल में मरीजों की जान के साथ कभी भी किसी तरह का कोई भी हादसा हो सकता है हॉस्पिटल में डिग्री किसी और की ओर ट्रीटमेंट झोलाछाप डॉक्टर कर रहे हैं दरअसल आपको बता दें कि निजी अस्पतालों की मनमानी के चलते पिछले हफ्ते पेशेंट की शिकायत करने पर कई प्राइवेट निजी हॉस्पिटल पकड़े थे बाद में प्रशासन और सख्त हो गया था। डीएम ने सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेटों को अब अस्पतालों में बिलों की जांच करने के निर्देश भी दिए थे लेकिन उसके बावजूद भी सरकार व प्रशासन के सारे नियमों को ताक पर रखकर लखनऊ के प्रगति हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ तो किया ही जा रहा है साथ ही मरीजों की जेब पर भी डाका डाला जा रहा है दरअसल आपकी जानकारी के अनुसार बता दें कि यह हॉस्पिटल प्रशासन या सरकार की ओर से और कॉविड घोषित नहीं किया गया है नाही इसका किसी लिस्ट में नाम है उसके बावजूद भी सभी नियमों को ताक पर रखकर कोरोना वायरस के मरीजों को भर्ती कर रहा है। लखनऊ डीएम ने पिछले हफ्ते यह भी आदेश दिया था कि जहां पर भी मरीजों से अधिक वसूली होगी वहां संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। शासन ने कोविड मरीजों के इलाज की दरें तय कर रखी हैं। इसके बावजूद अस्पताल नियम कानून ताख पर रखकर लाखों रुपये वसूल रहे हैं। जांच में कई अस्पतालों को नोटिस भी जारी की जा चुकी है, लेकिन मरीजों का दोहन हो रहा है।

 डीएम अभिषेक प्रकाश ने बैठक में पिछले हफ्ते निजी अस्पतालों की लूट पर पूरी सख्ती से शिकंजा कसने के निर्देश दिए थे। डीएम ने कहा कि प्रत्येक सेक्टर में मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी व चिकित्सा अधिकारी अपने क्षेत्र के कोविड अस्पतालों की लगातार निगरानी करें और जहां पर भी किसी तरह की शिकायत मिलें तत्काल जांच करें। प्रत्येक सेक्टर में प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी व चिकित्सा अधिकारी की तीन सदस्यीय टीम भी बनाई गई थी। इसके अलावा जनपद स्तर पर भी मॉनीटरिंग टीम गठित की गई है थी, जिसमें अपर जिलाधिकारी प्रशासन ,अपर पुलिस उपायुक्त प्रोटोकाल तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को शामिल किया गया था। यह टीम अस्पतालों में ओवर प्राइसिंग के अलावा बेडों की उपलब्धता की भी निगरानी करेगी।


लेकिन लखनऊ प्रगति हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर प्रशासन की किसी भी लिस्ट में कॉविड घोषित नहीं है लेकिन उसके बावजूद भी सभी नियमों को ताक पर रखकर कोरोना वायरस के मरीजों को भर्ती कर रहा है और उनकी जान के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है मरीजों से मनमानी वसूली कर यह हॉस्पिटल खूब मलाई चाट रहा है और लखनऊ के स्वास्थ्य विभाग को ठेंगा दिखाकर चुना भी लगा रहा है ना ही तो इस हॉस्पिटल को प्रशासन का डर है और ना ही किसी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का डर है आपकी जानकारी के अनुसार बता दे कि ज्यादातर यह हॉस्पिटल स्वास्थ्य विभाग की सांठगांठ से चलता है इसलिए इनको किसी भी चीज का डर नहीं रहता स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते लखनऊ प्रगति हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में कोरोना वायरस के मरीजों को भर्ती कर उनकी जान के साथ खिलवाड़ क्या जा रहा है अब देखने वाले सबसे बड़ी बात यह है कि खबर प्रकाशित होने के बाद क्या इस स्वास्थ्य विभाग अपनी इस कुंभकरण नींद में सोया हुआ जागेगा या फिर इस हॉस्पिटल के खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं होगी और मरीजों की जान के साथ इसी तरह खिलवाड़ भी होता रहेगा आखिर इसका जवाब दे ही लखनऊ का स्वास्थ्य विभाग है या नहीं यह हमारा सबसे बड़ा सवाल है